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📅 10/10/2024

सर्वाइकल कैंसर की कहानीएक बेटी की ताकत

क्यातो नाइजीरिया की एक महिला थीं जिन्हें स्टेज III सर्वाइकल कैंसर था।
उनकी बेटी मार्था उनके साथ आई थीं — पढ़ी-लिखी, समझदार और तेज़ दिमाग वाली।

मार्था ने मां के इलाज के दौरान खुद अपार्टमेंट लिया, खाना बनाया, और सब प्रबंध संभाला।
उसने बताया कि उसने रूस से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है और नैरोबी में बैंक में काम करती है।

इलाज के दौरान मैंने देखा कि मां-बेटी दोनों कितनी मजबूत हैं।
इलाज पूरा होने पर क्यातो ने खुशी से नाचते हुए स्टाफ के साथ तस्वीरें खिंचवाईं।
वो बोलीं —

“भगवान का शुक्र है जिसने मुझे यह हिम्मत दी।”

उनकी मुस्कान ने सिखाया —
भविष्य की चिंता में वर्तमान का आनंद मत भूलिए। और याद रखिए —
सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन से रोका जा सकता है।
अपनी बेटियों को ज़रूर टीका लगवाएँ और 40 वर्ष की उम्र के बाद हर साल PAP स्मीयर टेस्ट कराएँ।
आइए, मिलकर दुनिया को सर्वाइकल कैंसर मुक्त बनाएं।